वंदना दुबे Vandna Dubey का जन्म झांसी में हुआ था और परवरिश छोटे से गांव दिनारा शिवपुरी जिला मध्य प्रदेश में हुई । वंदना दुबे की कम उम्र में शादी होने के बाद पढ़ाई पूरी नहीं हो पाई थी पर शादी के बाद किसी प्रकार ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की । यहीं से शुरू होता है जीवन का संघर्ष !! लगभग 21,22 साल से पर्यटन नगरी ओरछा मध्य प्रदेश में पर्यटकों के लिए बुन्देली पारंपरिक खाना बनाकर खिलाना शुरू किया था ।
बतौर वंदना दुबे
20 साल पहले प्राइवेट स्कूल में पढ़ाती थी जब मुझे 350 पर मंथ मिलते थे । एक बार विदेशी ग्रुप को मेहंदी लगाई 1 घंटे में ₹450 मिले वह मेरे जीवन का बहुत बड़ा दिन था सुबह 7 से 2 तक स्कूल जाना महीने के आखिरी दिन ₹350 मिलना और 1 घंटे में ₹450 मिलना जीवन का बहुत बड़ा दिन था । उसी ग्रुप की लीडर जो ऑस्ट्रेलिया से थी। इंटरपिड कंपनी में काम करती थी उन्होंने मुझे कुकिंग क्लास का आईडिया दिया इंग्लिश सीखने के तरीके बताएं और मैंने सभी फॉलो किये है कुछ महीनों बाद मैंने कुकिंग क्लास स्टार्ट की मेरी इंग्लिश में थोड़ा इंप्रूवमेंट हुआ।
इन पर्यटकों को देखकर मन में कहीं लगा कि मैं भी गाइड बन जाऊं और फिर धीरे-धीरे ओरछा के इतिहास किलो की बनावट आदि के बारे में जानकारी हासिल की। यहां पर बंदना जी ने पर्यटकों को समझाते हुए कुछ गाइड को देखा और उनके मन में विचार आया कि वह क्यों ना गाइड बन जाए और इसके बाद उन्होंने ओरछा के बारे में, ओरछा के इतिहास के बारे में, यहाँ के किलों के बारे में मंदिरों के बारे में विस्तृत जानकारी हासिल की और लोगों को समझाना शुरू किया ।
2013 में जब मध्य प्रदेश पर्यटन वुमंस गाइड के लिए वैकेंसी निकली कुछ साल पहले जब मैंने किसी वुमन गाइड को टूरिस्ट बस में जाते हुए देखा था । तब मैंने बस इतना ही बोला था काश मै भी गाइड बन जाती ,जब जगह निकली गाइड बनने की तो मेरे पति ने बहुत मदद की है मेरी , इंटरव्यू हुआ सेलेक्ट हो गई ट्रेनिंग हुई लाइसेंस प्राप्त हुआ मध्य प्रदेश पर्यटन द्वारा बहुत ही बड़ी उपलब्धि थी यह मेरे लिए। ओरछा में लगभग 28, 29 गाइड है। जिसमें हम दो महिला गाइड हैं ऊनमें से एक मै Vandna Dubey हूँ ।
गाइडिंग लाइसेंस प्राप्त करने के बाद मुझे कई लोगों के फोन आए जिसमें काफी महिला और लड़कियां थी और उन्होंने मुझे धन्यवाद दिया कि आपने हमें एक नई दिशा दिखाई है अब हम भी इस दिशा में जा सकते हैं ।
मेरे जीवन का अनुभव बहुत लोगों को काम आ सकता है औरतों को ही नहीं उन बच्चों को भी जो पढ़ाई में अच्छे नहीं होते हैं हर एक इंसान के अंदर कुछ ना कुछ होनर होता है सभी लोग इंजीनियर डॉक्टर नहीं बन पाते हैं सभी लोग परफेक्ट नहीं होते हैं पढ़ाई में, मैं उदाहरण हूं ।
कुछ औरतें सोचती हैं शादी के बाद जीवन सिर्फ बच्चों और घर गृहस्ती तक सीमित होता है ऐसा बिल्कुल नहीं है शादी के कुछ साल अपने जीवन के समर्पित करिए परिवार को फिर उसके बाद फिर से वेलकम बैक करें। अपने लिए खड़े होना है हमारे अंदर कौन सा हुनर है हम क्या कर सकते हैं उसमें आगे बढ़े और अपना नाम आगे बढ़ा सकते हैं ऐसा मुझे लगता है बहुत से ऐसे काम होते हैं जिनमें बहुत पढ़ा लिखा होना या ज्यादा पढ़े लिखे होने की जरूरत नहीं होती है।
कहते हैं कि मन में अगर हौसला हो तो कुछ भी असंभव नहीं है जिंदगी ने करवट बदली Vandna Dubey ने रास्ता अपनाया वो अद्भुत और रोमांचक था। आप मध्य प्रदेश बोर्ड टूरिज्म से महिला गाइड हैं । इंग्लिश और हिंदी भाषा में बाहर से आए हुए पर्यटको को ओरछा की ऐतिहासिक धरोहर इमारतों, मंदिरों और किले के बारे में पर्यटकों को रूबरू कराती हैं. आपके तीन बच्चे हैं दो बेटी एक बेटा इनके पति भी पर्यटन से जुड़ा हुआ बिजनेस करते हैं।