यह शहर उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित है और बुन्देलखण्ड क्षेत्र के अन्तर्गत आता है। Tourist Places of Jhansi में अनेक ऐतिहासिक सांस्कृतिक धरोहरें हैं । झाँसी एक प्रमुख रेल एवं सड़क केन्द्र है और झाँसी जिले का प्रशासनिक केन्द्र भी है। झाँसी शहर किले के चारो तरफ फैला हुआ है, यह किला शहर के मध्य स्थित पहाड़ी पर निर्मित है। पहले इसे बलवन्त नगर के नाम से जाना जाता था।
झाँसी का महत्व सत्रहवीं शताब्दी में ओरछा के राजा बीर सिंह देव के शासनकाल में बढ़ा। इस दौरान राजा बीर सिंह और उनके उत्तराधिकारियों ने झाँसी में अनेक ऐतिहासिक इमारतों का निर्माण करवाया।
बुन्देलखंड का गढ़ माने जाने वाले झाँसी का इतिहास संघर्षशील है। 1857 में झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई ने अंग्रेजों की अधीनता स्वीकार करने के स्थान पर उनके विरूद्ध संघर्ष करना उचित समझा। वे अंग्रेजों से वीरतापूर्वक लड़ी और अन्त में वीरगति को प्राप्त हुईं। झाँसी नगर के घर-घर में रानी लक्ष्मीबाई की वीरता के किस्से सुनाए जाते हैं।
Tourist Places of Jhansi (Uttar Pradesh) Bundelkhand
झांसी (उत्तर प्रदेश) बुन्देलखण्ड के पर्यटन स्थल बुंदेलखंड
1 – झाँसी का किला Jhansi Fort
2 – रानी महल Rani Mahal
3 – उ.प्र. सरकार म्यूजियम UP Government Museum
4 – महा लक्ष्मी मंदिर Maha Laxmi Temple
5 – महाराजा गंगाधर राव की छतरी Chhatri of Maharaja Gangadhar Rao
6 – गणेश मंदिर Ganesh Temple
7 – कालीजी का मंदिर Kali Ji Temple
8 – मुरली मनोहर का मंदिर Murli Manohar Temple
9 – पंचकुइयां मंदिर Pachkuniya Temple
10 – जीवन शाह की मजार Jeevan Shah’s tomb
11 – संत जूड की समाधि व गिरजाघर Mausoleum and cathedral of Saint Jude
12 – तलैया मोहल्ला का गुरुद्वारा Gurdwara of Talaiya Mohalla
13 – करगुवां जैन तीर्थस्थान Karguwan Jain Pilgrimage
14 – कुञ्ज बिहारी जी का मंदिर Temple of Kunj Bihari Ji
15 – बालाजी का मन्दिर Temple of Balaji
16 – जराय मठ Jaray Monastery
17 – बरुआ सागर का झरना Waterfall of Barua Sagar
18 – नारायण बाग Narayan Bagh
19 – पारीछा बांध Parichha Dam
20 – अमरगढ़ (अमरा) मोठ का किला Amargadh Fort
21 – गढ़ कुंडार – महाराजा खेत सिंह का अजेय तिलिस्मी दुर्ग
22 – बड़ागाँव – ओरछा राज्य के कुँअर हरदौल की गड़ी
23 – चिरगांव (प्राचीन नाम राम गड़ी) राव मुरतसिंह की हवेली और राष्ट्र कवि मैथली शरण गुप्त की नगरी
24 – रामनगर और औपारा प्राचीन समय के नमक के थोक व्यापारिक केंद्र
25 -बिराहटा – इतिहास प्रसिद्ध पद्धमनि का जन्मस्थान
26 – मोंठ (महेंद्र गढ़)- ब्राह्मण वंश के राजा महेंद्र गोस्वामी का किला कभी पूरे भारत में दशनामी अखाड़े यही से संचालित हुए हिम्मत बहादुर अनूप गुसाई ने कानपुर ग्वालियर और दिल्ली तक युद्ध में फतह की थी “रामलीला”आज भी मोठ की प्रसिद्ध है।
27 – समथर (शमशेर गढ़) – गुर्जर राज्य वंश का किला …यह की “रामनवमी” प्रसिद्ध
28 – शाहपुर – यहां की कुसुम पण्डित नामक बालिका रानी झाँसी के लिए अंग्रेजो से लड़ी पूरा गांव शहीद हुआ ।
29 – एरच – हिरणा कश्यप की राजधानी और प्रहलाद की जन्म स्थली सम्पूर्ण विश्व में खेले जाने बाला रंगो का त्यौहार होली की शुरुआत यही से हुई।