Homeबुन्देलखण्ड के साहित्यकारDr. Gayatri Bajpai  डॉ.गायत्री वाजपेयी

Dr. Gayatri Bajpai  डॉ.गायत्री वाजपेयी

Dr. Gayatri Bajpai का जन्म तिथि:- 07.07.1963 (सात जुलाई उन्नीस सौ त्रेसठ) को हुआ ।  आप प्रोफेसर (हिन्दी अध्ययन शाला एवं शोध केन्द्र) महाराजा छत्रसाल बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, छतरपुर (म.प्र.)

शैक्षणिक योग्यता हायर सेकेण्डरी परीक्षा (1981) प्रथम श्रेणी में। माध्यमिक शिक्षा मण्डल, भोपाल (म.प्र.) से उत्तीर्ण। बी.ए. (1984) प्रथम श्रेणी में अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय, रीवा (म.प्र.) से उत्तीर्ण।  एम.ए. (1986) प्रथम श्रेणी में अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय, रीवा (म.प्र.) से उत्तीर्ण। 

पी.-एच.डी. (1990) अवधेश प्रताप सिंह वि.वि. रीवा (म.प्र.)। विषय:- ‘‘अम्बिका प्रसाद दिव्य के उपन्यासों का समीक्षात्मक अध्ययन’’
शैक्षणिक अनुभव:- स्नातक स्तर – 33 वर्ष से अधिक। स्नातकोत्तर स्तर – 31 वर्ष से अधिक।

अनेक पुनश्चर्या पाठ्यक्रम एवं उन्मुखीकरण कार्यक्रमों मे  प्रतिभागिता।

 शोध निर्देशन
डॉ. हरिसिंह गौर केन्द्रीय विश्वविद्यालय, सागर (म.प्र.) द्वारा शोध निर्देशक की मान्यता। शोध केन्द्र शासकीय महाराजा स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, छतरपुर (म.प्र.) में शोध कार्य निर्देशन। शोध उपाधि प्राप्त छात्र संख्या 04। 

उच्च स्तरीय शोधकार्य (शोधस्तरीय कार्य एवं शोधपरियोजनाएँ)
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, मध्य क्षेत्रीय कार्यालय, भोपाल (म.प्र.) द्वारा स्वीकृत दो लघुशोध परियोजनाओं पर कार्य किया।

राष्ट्रीय, अन्तर्राष्ट्रीय शोध संगोष्ठियों एवं कार्यशालाओं में शोध पत्र वाचन-

सम्पादन कार्य
अब तक 23 पुस्तकों का सम्पादन किया ।  

प्रकाशित पुस्तकें 
1- बुन्देली लोकरागिनी सैर
2- बुन्देली लोक संस्कृति एवं लोक साहित्य
3- सृष्टि एवं दृष्टि
4- बुन्देली लोक साहित्य विविध आयाम
5- सृजन विमर्ष के विविध आयाम
6- गद्य-सुषमा
7-काव्य-सुरभि
8- अम्बिका प्रसाद दिव्य के उपन्यासों का समीक्षात्मक अध्ययन
9- बुन्देलखण्ड का सांस्कृतिक वैभव

 सम्पादित पुस्तकें
1 – शिव सतसई – श्री शिवविशाल वाजपेयी
2 –  टुड़ेज बायोडायवर्सिटी एण्ड एन्वायरन्मेंटल सिनेरियो

आकाशवाणी केन्द्र, छतरपुर (म.प्र.) द्वारा प्रसारित वार्ताएँ एवं रेडियो रूपक

सम्मान
1- समर्थ गुरू रामदास सम्मान 2015 विद्यार्थी सेना जिला इकाई छतरपुर (म0प्र0) द्वारा षिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर।

2- कान्यकुब्ज रत्न सम्मान 2023 अखिल भारतीय श्री कान्यकुब्ज प्रतिनिधि सभा लखनऊ (उ0प्र0)

डॉं. श्रीमती गायत्री वाजपेयी
प्रोफेसर, (हिन्दी अध्ययन शाला एवं शोध केन्द्र)
महाराजा छत्रसाल बुन्देलखण्ड
विश्वविद्यालय, छतरपुर (म.प्र.)

डॉ चंद्रिका प्रसाद दीक्षित ‘ललित’

admin
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Bundeli Jhalak: The Cultural Archive of Bundelkhand. Bundeli Jhalak Tries to Preserve and Promote the Folk Art and Culture of Bundelkhand and to reach out to all the masses so that the basic, Cultural and Aesthetic values and concepts related to Art and Culture can be kept alive in the public mind.
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