बुलंदी पर बुन्देलखण्ड
ए जिंदगी तुझसे कोई गिला शिकवा नहीं, हम जैसे हैं, जैसे भी हैं, वैसे ही हैं !!! Blind Stars Music Academy ही हमारा घर है, हमारा परिवार है, हमारा स्कूल है, हमारा कॉलेज है, हमारी हंसी है, हमारी खुशी है, हमारी हर बात है, हमारे जज्बात हैं, हम एक मुकम्मल इंसान हैं। हम जिन्हें देखना चाहते हैं वह हम अपनी मन की आंखों से महसूस कर लेते हैं
एक बुंदेलखंडी जब अपनी जिद पर आता है तो वह किसी भी हद तक जा सकता है। ब्लाइंड स्टार्स म्यूजिक एकेडमी के संस्थापक/संचालक मनमोहन सिंह बाबला भी जिद पर आ गए और बानगी दुनिया के सामने है ???
Blind Stars Music Academy (Residential) Mahoba, Uttar Pradesh, India
संगीत शिक्षक/निर्देशक: मनमोहन सिंह बाबला और उनका संसार
उत्तर प्रदेश, बुंदेलखंड के जिला महोबा में नेत्रहीन बच्चों को संगीत के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से आवासीय संगीत एकेडमी संचालित की जा रही है। यह व्यवस्था सभी दृष्टि दिव्यांग बच्चों के लिए निशुल्क है। वर्तमान में अकैडमी में कुल 8 बच्चों को संगीत प्रशिक्षण दिया जा रहा है। एकेडमी की शुरुआत 31 दिसंबर 2020 से की गई है यह व्यवस्था निजी रुप से बिना किसी सरकारी सहयोग के संचालित की जा रही है।
ब्लाइंड स्टार्स म्यूजिक एकेडमी के संस्थापक/संचालक मनमोहन सिंह बाबला बताते हैं कि पिछले 22 महीने में इन सभी बच्चों को संगीत प्रशिक्षण के साथ ही स्टेज कार्यक्रम भी उपलब्ध कराए गए, जिसमें इन सभी बच्चों को धन लाभ प्राप्त हुआ। महोबा शहर के अतिरिक्त अन्य जिलों में भी कार्यक्रम आयोजित किए गए। 23 मार्च 2022 को शहीद दिवस पर लखनऊ में संगीत प्रतियोगिता आयोजित की गई थी जिसमें एकेडमी के बच्चों ने उत्तर प्रदेश में द्वितीय स्थान प्राप्त करके ₹50000 की इनामी राशि जीती थी। खजुराहो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में बच्चों द्वारा शानदार प्रदर्शन भी किया गया। मुंबई बॉलीवुड से आए बहुत से फिल्मी सितारों ने बच्चों की प्रशंसा करते हुए उत्साहवर्धन भी किया।
इस 22 महीने की अवधि में संगीत प्रशिक्षण के साथ-साथ लगभग 30 स्टेज कार्यक्रम संपन्न हो चुके हैं जिसमें लगभग ₹400000 अर्जित किए गए। यह संपूर्ण धन बच्चों के हित में खर्च किया जाता है एवं सभी बच्चों को 15-15 हजार नकद भी दिए गए हैं, एवं ये सभी दृष्टि दिव्यांग जन अपनी कमाई हुई रोटी खाने लगे हैं।
बाबला सिंह बुंदेलखंड के प्रत्येक जिले में ऐसी व्यवस्था देना चाहते हैं, इसके लिए उन्हें जनसामान्य से सहयोग की अपेक्षा है।बाबला सिंह इसके साथ ही 27 मई 2018 से जरूरतमंदों को प्रतिदिन निःशुल्क भरपेट भोजन कराते हैं जिसे नाम दिया है “सर्वधर्म भोजन सेवा”।वर्तमान में इन सभी व्यवस्थाओं में कुल 21 सहयोगी सदस्य हैं।
दृष्टि दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से देश प्रदेश में ऐसा पहला प्रयास किया गया है जो सफल साबित हुआ है।
कीबोर्ड/गायन :
ब्लाइंड स्टार अजय मणि त्रिपाठी
ब्लाइंड स्टार प्रेमचंद
ब्लाइंड स्टार किशन द्विवेदी
तबला
ब्लाइंड स्टार रोहित कुमार
नाल/ढोलक:
ब्लाइंड स्टार आनंद कुमार
ब्लाइंड स्टार अखिलेश कुमार
पैड/गायन:
ब्लाइंड स्टार दिलीप कुमार
गायन
ब्लाइंड स्टार मोहित शुक्ला
ब्लाइंड स्टार आनंद कुमार
दृष्टि दिव्यांग बच्चों का परिचय
आनंद अनुरागी पुत्र श्री राम किशन अनुरागी, उम्र 14 वर्ष, कक्षा 8, शाह पहाड़ी, जिला महोबा
मोहित शुक्ला पुत्र स्वर्गीय श्री राजेश शुक्ला, उम्र 19 वर्ष, कक्षा 10, चरखारी जिला महोबा
प्रेमचंद्र प्रजापति पुत्र श्री श्याम लाल प्रजापति, उम्र 20 वर्ष, कक्षा बीए तृतीय वर्ष,बदौसा
दिलीप कुमार, पुत्र श्री चन्द्र प्रकाश पाल, कक्षा बीए प्रथम वर्ष, उम्र 22 वर्ष, ग्राम कुंडा, जिला प्रतापगढ़
रोहित पुत्र श्री कनही लाल उम्र 17 वर्ष कक्षा 11,चकजलाल पुर,लोटी पार, जिला कौशांबी
किशन दुबे, पुत्र श्री कमलेश द्विवेदी, उम्र 20 वर्ष,कक्षा 11, ग्राम सभा समहन,प्रयागराज
अखिलेश वर्मा,पुत्र श्री नत्थू वर्मा, कक्षा 10, उम्र 19 वर्ष, ग्राम गोयरा, छतरपुर
अजय मणि त्रिपाठी पुत्र स्व श्री उपेन्द्र मणि त्रिपाठी, कक्षा 6, उम्र 14 वर्ष, ग्राम रिसियां, जिला बहराइच